Real love story in hindi

सच्चा प्यार True hindi love story

नमस्कार दोस्तों , आज मैं आपके साथ एक बहुत ही प्यारी , सच्ची , और दिल को छु लेने वाली कहानी शेयर करना चाहता हूँ |
यह     कहानी एक लड़की और एक लड़के के बीच सच्चे प्यार की है |
दोस्तों बात दिल्ली की है एक लड़का जिसका नाम करन था अपने ऑफिस रोज बस से जाया करता था, जून जुलाई का महिनथा गर्मी बहुत थी, वह रोज की तरह बस पकड़ने के लिए बस स्टैंड पर जाता है| वह उसकी नजर एक लड़की पर पड़ती है जिसने गर्मी की वजह से अपना पूरा मुह कपडे से ढक रखा है बस आँखें ही दिखाई देती हैं| करन की नजरे उसकी आँखों पर ही टिकी रह जाती है क्युकी उसकी आँखें बहुत सुन्दर थी |

करन अब रोज वही बस पकड़ता है जिस बस में वो लड़की जाती है | उसे ऐसा करते करते लगभग 1 महिना हो चुका था| करन उससे दोस्ती करना चाहता था लेकिन उससे कुछ बोल नहीं पा रहा था| एक दिन रोज की ही तरह दोनों 1 ही बस में सफ़र कर रहे थे| उस दिन लड़की अपने पर्स में पैसे रखना भूल गयी थी| जब बस का कंडक्टर उससे टिकेट के पैसे मांगता है तो लड़की परेशान हो जाती है| इस पर कंडक्टर उसे उट – पटांग बाते सुनाने लगता है | ये बात करन को अछि नहीं लगती है वह कंडक्टर के पास जाता है और उसको समझाता है की लड़कियों से इज्ज़त से बात करनी चाहिए उनका अपमान नहीं करना चाहिए | करन उस लड़की की टिकट के पैसे भी दे देता है | उस लड़की को करन की यह बात बहुत अच्छी लगती है वह उसको थैंक्स बोलती है और आगे चली जाती है |
करन को उसकी मदद करके अच्छा लगता है और वो भी हलकी सी स्माइल के साथ वेलकम बोलता है|  अगले दिन फिर दोनों उसी बस स्टैंड पर मिलते हैं, नजरे मिलती हैं दोनों एक दुसरे को देखकर मुस्कराते हैं| लड़की ने अभी भी अपना चेहरा कपडे से ढाका हुआ था |कुछ देर बार जब लड़की ने पानी पीने के लिए मुह से कपडा हटाया तो करन उसको देखता ही रह गया क्युकी लड़की बहुत ही सुंदर थी |
दोनों रोज एक दुसरे को देखते थे स्माइल करते थे लेकिन बात नहीं कर पते थे | दोनों बात तो करना चाहते थे लेकिन झिझक की वजह से नहीं कर पाते थे| इतने में बस आ जाती है |इस बार लड़के की टिकट बस में कहीं खो गयी तो लड़की ने उसकी टिकट खरीद ली|
करन :: थैंक यू
लड़की :: योर वेलकम
करन :: मैं आपको रोज देखता हूँ , आप बहुत सुन्दर हो
लड़की :: थैंक यू (हस्ते हुए )
करन :: क्या मैं आपका नाम जान सकता हूँ ?
लड़की :: why not, मेरा नाम काजल है
करन :: ओके काजल मेरा ऑफिस आ गया है , कल मिलते हैं , बाय
काजल :: ओके बाय|
अब उन दोनों में दोस्ती हो जाती है दोनों रोज मिलते हैं और खूब बातें करते हैं | धीरे-धीरे एक दुसरे से मिलते-मिलते उस लड़के के दिल में लड़की के लिए प्यार की फीलिंग्स आने लगती हैं | अब करन उसे दोस्त से प्यार बनाना चाहता है |
कुछ दिनों के बाद काजल का जन्मदिन था | करन उसे अपने प्यार का इज़हार करके SURPRISE GIFT देना चाहता है | करन उससे बोलता है , तुम्हारे जन्मदिन पर मैं तुम्हे 1 SURPRISE देना चाहता हूँ | शाम को cafe coffee day में मिलते हैं | काजल मुस्कुरा के हाँ बोल देती है |
शाम को काजल अपने वादे के मुताबिक टाइम पर पहुच जाती है और बहार उसका वेट करती है| इतने में केमिकल से भरा ट्रक वह से गुजरता है और  थोडा केमिकल रोड पर छलक जाता है | काजल वही पास में ही थी और केमिकल की कुछ बूंदें उसकी आँख में गिर जाती हैं | यह देखकर करन दोड़ता हुआ उसके पास आता है और उसे तुरंत ही हॉस्पिटल ले जाता है| वहां डॉक्टर्स जांच करने के बाद बोलते हैं की इसकी आँखों की रौशनी अब हमेशा के लिए जा चुकी है| इसकी आँखें तो खुली रहेंगी पर ये कुछ भी नहीं देख पायगी|
करन उसे अपने घर ले आता है और उसका खूब ध्यान रखता है|वो रोज़ उसे घुमाता है और उसे हर उस चीज़ और नज़ारे के बारे में कहकर बताता है| और हमेशा किसी न किसी तरह उसे खुश रखने की कोशिश करता रहता है| पर काजल अपनी आँखों की रौशनी खो देने के कारण बहुत उदास रहती है| वह चीजों को देखना चाहती है| हर उस चीज़ को महसूस करना चाहती है| करन उसके लिए गिफ्ट लाता है और उसे दिखाता है और बहुत रोने लगता है क्यूंकि उससे काजल की ऐसी हालत नही देखी जा रही थी|
एक दिन करन को कही नेत्रदान का बोर्ड लगा हुआ दिखाई देता है| वह घर आत है और काजल से बोलता है की अब तुम देख सकोगी मेरे साथ चलो लड़की पूछती है कहाँ लेकर जा रहे हो मुझे तो करन बोलता है तुम बस चलो फिर तुम्हे सब पता चल जायगा | करन उसे वह ले जाकर उसकी आँखों का ऑपरेशन करवा देता है | काजल की आँखें ठीक होते ही ही करन उसे छोड़कर चला जाता है | काजल उसको बहुत ढूंढती है लेकिन करन का कही भी पता नहीं चलता है | वह हर उस जगह पर जाती है जहाँ जहाँ वो दोनों मिलते थे लेकिन तब भी करन का कुछ पता नहीं चलता | कई साक बीत जाते हैं काजल निराश हो जाती है लेकिन उसे विश्वाश है की एक दिन करन उसे जरुर मिलेगा
उसका विश्वाश एक दिन सच साबित हो जाता है काजल किसी काम से बहार जाती है और देखती है की 1 अँधा लड़का लाठी लिए सड़क पार करने की कोशिस कर रहा होता है काजल बोलती है , रुको मैं आपको सड़क पार करवा देती हूँ | जैसे ही वह उस अंधे लड़के के पास पहुँचती है तो वह उसे देख कर हैरान हो जाती है कि ये तो मेरा करन  है जिसे मैं कितने सालों से पागलों की तरह ढूंढ रही थी| काजल उसे गले से लगा लेती है उसे अपने घर लेकर आती है|
काजल उससे पूछती है “ये सब तमने क्या किया? मैंने तम्हे कहाँ-कहाँ नहीं ढूँढा| तुम मुझे छोड़कर कहाँ चले गये थे?”
करन कहता है “अगर मैं उस दिन नहीं जाता तो तुम दुनिया कैसे देख पाती मुझसे तुम्हारी तकलीफ देखि नहीं गयी मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ इसलिए मैंने ये सब कर लिया”
करन के मुंह से ये सब बाते सुन कर काजल की आँखें छलक पड़ी उसने करन को जोर से गले लगाया और रोने लगी|
दोस्तों सच्चा प्यार सबको नहीं मिलता है और अगर मिले तो उसकी कदर करनी चाहिए |
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